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सेक्सी गर्लफ्रेंड को नंगी करके चोदा

  


दोस्तो, मैं अपनी चुदाई कहानी आप लोगों के बीच शेयर कर रहा हूँ जो कि बिल्कुल सच्ची घटना पर आधारित है.
इस हॉट गर्लफ्रेंड पोर्न कहानी में मैं अपना नाम पता नहीं बता पाऊंगा, माफ करना दोस्तो.

मैं तब बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाला छात्र था और मेरी उम्र उस वक्त 19 साल के 2-3 महीने कम थी.
मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी.
मैं सोचता रहता था कि कोई लड़की मेरी भी गर्लफ्रेंड बने और मैं भी सेक्स के मजे लूट सकूं.

फिर एक दिन आ ही गया, जब मुझे गर्लफ्रेंड का सुख मिलने वाला था.

मुझे एक लड़की दिखी जो मेरे ही स्कूल में पढ़ती थी. वो मेरी ही उम्र की थी.
उसका गोरा रंग, गाल पर एक तिल और छोटी छोटी चूचियों को देख कर मैं रह न सका और मन ही मन सोचने लगा कि इससे किसी तरह से मेरी सैटिंग हो जाए.

मैंने अपने दोस्त से उसके बारे में बात की.
उसने मुझे बताया कि कुछ दिन उस पर लाइन मार और उसे अहसास दिला कि तुझे कोई पसंद करता है.

मैंने ऐसा ही किया और सुखद नतीजा निकला.
अब वो भी मुझे देखने लगी थी.

मैंने अपने दोस्त से ये सब बताया और उससे आगे कैसे करना है, ये समझा.

मैं उस लड़की को सैट करने में लग गया.
फिर वो दिन आ ही गया, जब वो मेरी गर्लफ्रेंड बनने वाली थी.

मेरा दोस्त उसके पास गया और उसने उस लड़की से मेरे बारे में बात की.
काफी देर तक बात चलने के बाद उसने मुझे हां कर दी.
मेरी खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहा था.

मैंने 2 दिन बाद उससे बात की; उसे अपना नंबर दिया और हमारी फोन पर बात होने लगी.
अब हमारे रिलेशन को जैसे जैसे समय बीत रहा था, हम दोनों का प्यार भी बढ़ता जा रहा था.

धीरे धीरे मैं उससे सेक्स के बारे में बात करने लगा.
वो भी मेरे साथ सेक्स चैट में मजा लेने लगी थी.
कुछ समय बीतने के बाद मैंने उससे मिलने के लिए कहा.

पहले तो उसने मिलने से साफ मना कर दिया लेकिन मेरे समझाने के बाद वो तैयार हो गई.
मिलने से पहले उसने शर्त रखी कि हम दोनों अभी सेक्स नहीं करेंगे.
मैंने भी ‘ठीक है …’ कह दिया.

अब मुझे मिलने के लिए कोई कमरा तलाश करना था.
थोड़ी बहुत तलाश करने के बाद मुझे अपने एक फ्रेंड का कमरा मिल गया और मैंने समय तय करके अपनी सेक्सी गर्लफ्रेंड को वहां बुला लिया.

कमरे में आते ही मैंने कमरे की कुंडी लगा दी.
जैसे ही मैंने कुंडी लगाई वो आकर मुझसे लिपट गई और हम दोनों ने एक दूसरे को अपनी बांहों में भर लिया.

उस दिन हम दोनों बहुत खुश थे और एक दूसरे से अपना प्यार जताने लगे.

एक लड़की के स्पर्श से मेरा लंड खड़ा हो चुका था … लेकिन हमने तय किया था कि अभी सेक्स नहीं करेंगे.

मैंने भी सोचा कि अभी इसकी इच्छा नहीं है. जब इसकी चूत खुद से लंड लंड करेगी, तभी इसकी सील तोड़ूंगा.

अब हम दोनों ने एक दूसरे को चूमना शुरू कर दिया. एक दूसरे के होंठ चूसने शुरू कर दिए.
मेरा एक हाथ उसकी छोटी छोटी चूचियों पर चलने लगा और दूसरा हाथ उसकी गांड पर चला गया.

पहले उसने थोड़ा विरोध किया पर फिर उसको भी मजा आने लगा तो वो भी मुझे सहलाने लगी.

करीब 10 मिनट हमने एक दूसरे को चूमा और उसके बाद मैंने उसको बेड पर बैठा लिया.
मैं अपने साथ डेयरी मिल्क की चॉकलेट ले गया था. उसे वो बहुत पसंद थी.

मैंने उसको चॉकलेट खिलानी शुरू की. आधी चॉकलेट मैंने अपने मुँह में ले ली और आधी उसने मेरे मुँह से अपने मुँह में ले ली.
उसके बाद हम दोनों फिर शुरू हो गए और एक दूसरे को चूमना शुरू कर दिया.

कुछ देर बाद मेरा एक हाथ उसकी प्यारी सी चूत पर चला गया, लेकिन उसने मेरा हाथ हटा दिया.
मैं फिर से उसकी गांड को सहलाने लगा और हाथ चूत की तरफ बढ़ाने लगा.

इस बार उसने मेरा विरोध नहीं किया और मेरे हाथ से अपनी चूत रगड़वाने लगी.

धीरे धीरे मैं उसकी चूत को पूरी मस्ती से सहलाने लगा, उसने भी अपनी टांगें फैला दीं और चूत की आग भभकने लगी

करीब एक घंटा मस्ती करने के बाद उसने जाने का कहा.
तो मैंने कहा- ठीक है … मगर मैं तुम्हें बहुत मिस करूंगा,
वो भी जाना नहीं चाहती थी मगर जाना तो था ही.

कुछ देर बाद वो चली गई.

रात को हमारी फोन पर बात हुई.
उस दिन जो सब सुबह हमने किया था, उसी बात को लेकर हम दोनों में बातें चलती रहीं.

मैंने उससे कहा- यदि तुमने मुझे रोका न होता तो मैं आज ही तुम्हें अपनी बना लेता.
वो बोली- और कैसे बनाने का मन है जान? मैं हो तो गई हूँ तुम्हारी!

अब मैंने उससे सीधे सीधे कहा- जानू मुझे तुम्हारी चूत का मजा चखना है.
उसने कहा- हां मुझे भी मन है यार मगर मुझे डर लगता है. ये बात पक्की है कि एक दिन में तुमको अपनी चूत का मजा दूंगी.

मैंने भी मन मसोस कर लंड हिलाया और सो गया.

जैसे तैसे दिन गुजरते गए.
हम दोनों और भी ज्यादा सेक्सी बातें करने लगे.

कई बार मैंने फोन सेक्स में ही उससे चूत में उंगली करने को कहा, वो उंगली करती थी.
अब उसको भी मजा आने लगा था और उसके तन बदन में सेक्स की आग उठने लगी थी.

फिर आखिरकार वो दिन भी आ ही गया, जब वो मेरे लंड से चुदने के लिए राजी हो चुकी थी.
अपनी भरी जवानी में चूत फटवाने के लिए हां कर चुकी थी.

अब तक उसकी चूचियों और गांड में उभार आना शुरू हो गया था.
कई बार मैंने उसकी चूचियां वीडियो कॉल करके देखी थीं और अकेले में उसकी चूचियों को चूसा भी था.

उसने भी मेरे लंड को पैंट के ऊपर से ही मसला था.

अब वो दिन भी करीब था, जब उसकी चूत में लगी आग को लंड का पानी मिलने वाला था.

हम दोनों को ही मिलने की तलब लग रही थी.
इस बार दोस्त का कमरा नहीं मिल रहा था क्योंकि उसने कमरा बदल लिया था और नए कमरे में मिलना एक समस्या थी.

कुछ दिन के इन्तजार के बाद एक दिन हम दोनों को मिलने का मौका मिल ही गया.
उस दिन उसके घरवाले बाहर गए हुए थे.
वो अपने घर में अकेली थी तो उसने मुझे बताया.

हम दोनों ने मिलने का प्लान बनाया.
मैं तयशुदा दिन पर उसके घर के बाहर आ गया.
मैंने उसे फोन किया तो उसने घर पर मिलने से मना कर दिया.

मैंने कारण पूछा तो उसने बताया कि बगल से काकी घर में आ गई हैं और इधर मिलना सम्भव नहीं है.

वो गांव का इलाका था इसलिए उधर ये सब इतना आसान नहीं था जितना हम दोनों समझ रहे थे.
यदि कोई देख लेता तो भारी समस्या हो जाती.

अब मैंने उसे अपने एक दूसरे दोस्त के कमरे पर ही बुला लिया.
ये कमरा बड़ी मिन्नत और नसीब से मिल पाया था.

वो तय समय पर कमरे में आ गई.
जब वो आई, तो मैं उसे देखता ही रह गया.
वो इतनी सेक्सी लग रही थी कि मैं यकीन भी नहीं कर पा रहा था.

मेरा लंड उसे देखते ही खड़ा हो गया.
कमरे में घुसते ही हमने एक दूसरे को बांहों में भर लिया और चूमना चाटना शुरू कर दिया.
मेरा एक हाथ उसकी छोटी सी गांड पर चला गया और मैं उसको सहलाने लगा.

वो भी काफी गर्म थी और अपनी चूत का उद्घाटन करवाने के लिए मन से राजी थी.

करीब 15 मिनट हमने चूमा चाटी की और अलग हो गए.
उसकी आंखों में चुदाई की मूक भाषा साफ़ दिख रही थी.

मैंने आगे बढ़ कर उसके कपड़े उतार दिए. मैंने देखा कि उसने ब्रा नहीं पहन रखी थी. उसके बदन पर सिर्फ एक गुलाबी रंग की पैंटी रह गई थी.

दोस्तो, मैं तो उसके मादक बदन को बस देखता ही रह गया था.

उसने अपनी छोटी छोटी चूचियों को थोड़ा बड़ा कर लिया था जो एकदम टाइट थीं.
तब उसने आंख से इशारा किया तो मैंने उसकी चूचियों को पीना शुरू कर दिया.
साथ ही मैं अपने एक हाथ से उसकी चूत को सहलाने लगा.

मैं उसको चूमता रहा, कभी होंठ, तो कभी चूची.
अब मैंने उसकी पैंटी को भी उसके बदन से अलग कर दिया और उसकी टाइट चूत में एक उंगली दे दी.

उसे थोड़ा दर्द हुआ लेकिन वो तो आई ही थी चुदने के लिए, तो वो कहां पीछे हटने वाली थी.

मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए. हम दोनों बिल्कुल नंगे हो गए थे.

हमने फिर से चूमाचाटी की. एक हाथ से में कभी उसकी गांड, कभी चूची, तो कभी उसकी चूत सहला रहा था.

अब वो बिल्कुल गर्म हो चुकी थी.
मेरी हॉट गर्लफ्रेंड पोर्न बातें कर रही थी- मेरी चूत के राजकुमार अब मुझे और मत तड़पाओ … डाल दो अपना लंड अन्दर.

मैंने भी देर ना करते हुए उसकी टांगों को फैला दिया, थोड़ा सा तेल उसकी चूत पर और अपने 6 इंच के लंड पर लगाया.
फिर अपना लंड उसकी छोटी सी गुलाबी चूत पर सैट कर दिया.
जैसे ही मैंने पहला धक्का लगाया, लंड हल्का सा अन्दर घुस गया.

लंड जाते ही वो नीचे से निकल गई और बोलने लगी- उन्ह दर्द हो रहा है.
मैंने उसे समझाया कि मेरी जान बस थोड़ा सा दर्द होगा, फिर तुम्हें मजा आएगा.
वो मेरे मनाने के बाद मान गई और अपनी टांगों को फैला कर उसने अपनी चूत मेरे सामने पेश कर दी.

मैंने फिर से अपना लंड सैट किया और धक्का मारा.
चूत ज्यादा टाइट होने के कारण लंड अन्दर नहीं गया.

मैंने फिर से थोड़ा तेल और लगाया और उसकी चूत पर थूक भी लगाया.
अब मैंने लंड उसकी चूत पर रख कर एक जोरदार धक्का मारा, जिससे मेरा आधा लंड उसकी चूत में समा गया.
उसे बहुत दर्द हुआ और उसके मुँह से आवाज निकल गई- आह्हह उम्मम्म आई … मर गई मम्मी.

मैंने एकदम से उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और कुछ देर लंड को उसकी चूत में ही पेले रखा.
जब वो थोड़ी शांत हुई तो मैंने एक और जोरदार धक्का लगा कर अपना 6 इंच का लंड उसकी चूत में डाल दिया.

उसे दर्द होने लगा और चूत से खून आने लगा.
उसकी बुर की सील टूट चुकी थी और अब वो मेरी बन चुकी थी.

थोड़ी देर आराम से करने के बाद उसे भी मजा आने लगा.
मैंने अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी और उसकी चूत को पूरे रंग में चोदने लगा.

उसके मुँह से ‘आआह्ह उह्ह्ह उच्च आह उम्म आह्हह …’ की आवाज निकल रही थी.
अब वो भी प्यार से चुद रही थी.

मैंने कुछ देर बाद उसकी चूत से लंड निकाला और उससे घोड़ी बनने को कहा.
वो घोड़ी बन गई.

मैंने अपना लंड पीछे से उसकी चूत में पेल दिया और वो भी पीछे से चूत चुदाई का मजा लेने लगी.

कुछ ही देर में वो अपने सुख के चरम पर आ गई थी.
मैंने उसको और तेज चोदना शुरू कर दिया.
वो भी ‘आआह उम्मम आह्ह …’ की कामुक आवाजें निकाले जा रही थी.

करीब 15 मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गए और एक दूसरे के साथ लेट गए.
कुछ देर बाद उठने के बाद हमने एक बार फिर से चुदाई की और उसके बाद हम दोनों दोस्त के कमरे से निकल गए.

अब भी मैं उसकी चुदाई करता रहता हूं. उसकी चुदाई कहानी का अगला भाग मैं आपको अगली बार में बताऊंगा.

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