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गर्लफ्रेंड की सीलपैक चुत की चुदाई

  


अभी मैं अहमदाबाद में जॉब करता हूँ.

अन्तर्वासना के पटल पर यह मेरी पहली सेक्स कहानी है. मुझसे यदि कोई गलती हो जाए तो माफ कीजिएगा.

यह हॉट गर्लफ्रेंड की फर्स्ट सेक्स कहानी मार्च 2017 की है, उस वक्त मैं 21 साल का था और कॉलेज के फाइनल ईयर में था.
तब मेरे कॉलेज की एक जूनियर लड़की मुझे पसंद आ गई थी और वो भी मुझे पसंद करती थी.

वो अहमदाबाद से कॉलेज में पढ़ने के लिए राजकोट आई थी और हॉस्टल में रह कर पढ़ाई कर रही थी.

हम दोनों बस एक दूसरे के सामने देखते रहते थे और कोई भी एक दूसरे से कुछ कहने की हिम्मत नहीं करता था.
मैं थोड़ा शर्मीला था और लड़की होने के कारण वो पहल नहीं कर रही थी.

ऐसे ही चलता रहा और हमारे एग्जाम नजदीक आ गए.

एक दिन एग्जाम के टाइम में पढ़ाई करते हुए मैं बोर हो गया तो फेसबुक चलाने लगा.

उस दिन मुझे न जाने क्यों एकदम से ख्याल आया और मैं फेसबुक पर उसको सर्च करने लगा.

उसकी प्रोफाइल देखी तो उसमें अपनी प्रोफाइल में मेरा ही फ़ोटो लगाया हुआ था.
ये देखकर मैं अचरज में पड़ गया.

मैं उसी समय उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी जो बाद में उसने एक्सेप्ट कर ली.

फिर मैंने उसको हाय भेजा … तो रिप्लाय में उसने भी हाय भेजा.
अब हमारी बातें चलने लगीं.

मैंने उसके बारे में पूछा, वो अहमदाबाद की रहने वाली थी और यहां सिर्फ स्टडी के लिए आई थी.

इस तरह से हम दोनों ने एक दूसरे के बारे में जाना, फैमिली के बारे में भी बातें हुईं.

धीरे धीरे हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए. मैंने उसको बताया कि मैं तुमको लाइक करता हूँ, तो उसने भी लिखा कि मैं भी तुमको लाइक करती हूं.

एक हफ्ते बाद हमारे एग्जाम भी पूरे हो गए. मैं घर पर ही था. मैंने उससे मिलने के लिए पूछा तो उसने हां बोल दी.

इस तरह से हमारी मुलाकातें शुरू हो गईं. धीरे धीरे हम दोनों कॉलेज के बाहर काफी बार मिलने लगे. मूवी भी देखने जाने लगे.

मैं आपको उसके बारे में बता देता हूँ. उसका नाम कोमल है. वो दिखने में बहुत खूबसूरत है. उसकी ऊंचाई मुझसे जरा ही कम है.
वो ज्यादातर जींस एंड टॉप ही पहनती है. उसका फिगर भी बहुत मस्त है. बूब्स 32 के, गांड 34 की है.
आप एक बार उसे देख लो, तो लंड हिलाए बिना नहीं रह सकते.

एक दिन हम दोनों मूवी देखने गए थे. ये थोड़ी रोमांटिक मूवी थी.
हॉट सीन देख कर मैंने धीरे से उसके कंधे पर हाथ रख दिया, वो मेरे सामने देखने लगी पर कुछ बोली नहीं.
इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई.

मैं कोमल का कंधा सहलाने लगा.
तब भी वो कुछ नहीं बोली.

अब मैंने अपना हाथ उसकी जांघों पर रख दिया और सहलाने लगा.
वो कुछ नहीं बोल रही थी. मैं समझ गया कि कोमल भी यही चाहती है.

ये सोचते ही मेरी हिम्मत एकदम से बढ़ गई और मैं उसके मम्मों को दबाने लगा.
मम्मों को दबाना शुरू किया तो एक बार उसने मेरा हाथ हटाने की कोशिश की, पर मैं नहीं माना तो वो भी कुछ नहीं बोली.

अब मेरा लंड फूलने लगा था, पैंट फाड़ कर बाहर आने की कोशिश करने लगा था.

उसका हाथ पकड़ कर मैंने अपने लंड पर रखा, उसने तुरंत हटा लिया.
मैंने फिर से रखा, उसने फिर से हटा लिया.
वो अभी भी शर्मा रही थी.

फिर मूवी खत्म हो गई, हम लोग बाहर आ गए.

फिल्म के बाद मैं उसे एक गार्डन में ले गया. वहां कोई नहीं था क्योंकि दोपहर का समय था और गर्मी भी बहुत ज्यादा थी.

उस दिन कोमल ने सलवार कुर्ता पहन रखा था.
मैंने उसकी जांघों पर हाथ रखा और सहलाने लगा. आस पास में कोई नहीं था तो वो मुझे कुछ नहीं बोली.

मैं धीरे धीरे उसके मम्मों को दबाने लगा और उसकी चूचियों में निप्पलों को अपनी उंगलियों से मींजने लगा.
उसको भी मजा आ रहा था.

धीरे से मैंने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और अपने लंड पर रख दिया और उसको वापिस नहीं हटाने दिया.

अब मैं उसके हाथ को अपने लंड पर दबाने लगा था.
वो भी मना नहीं कर रही थी.

फिर धीरे से मैंने उसके लिप्स पर किस कर दिया.
वो बोल रही थी- मत करो … कोई देख लेगा.

मगर मैं नहीं माना.
मैंने उसको समझाया कि इस समय कोई नहीं आएगा.

चूंकि उसे भी मजा आ रहा था तो अब वो भी चुम्बन में मेरा साथ देने लगी.

इस वक्त कोमल अपने एक हाथ से मेरा लंड दबा रही थी और मुझे किस भी कर रही थी.

कोई दस मिनट तक ऐसा चला, फिर कुछ आदमियों के आने की आवाजें आईं तो हम दोनों वहां से चले गए.

अब हमारे बीच में ऐसे ही चलता रहता था.

फिर अहमदाबाद में मेरी जॉब लग गई तो मैं अहमदाबाद में आ गया.

अब हमारी फोन पर बात होती रहती थीं. उसकी पढ़ाई खत्म हुई तो वो भी अपने घर अहमदाबाद आ गई.

हम दोनों फिर से हर संडे को मिलने लगे. कभी मैं उसको किस करता, वो मेरा लंड दबाती … मैं उसके बूब्स दबाता.
ये सब चलता रहता.

अब मुझे भी सेक्स की बहुत इच्छा होने लगी थी और वो भी सेक्स के लिए तड़पने लगी थी.

एक दिन की बात है, उसका कॉल आया.
वो बोली- कल मेरे घर वाले सब बाहर जा रहे हैं, क्या तुम मिलने के लिए मेरे घर आ सकते हो?

मुझे समझ आ गया कि मिलना तो एक बहाना है, वो अपनी चुदाई के लिए मुझे अपने घर बुला रही थी.
तो मैंने ओके बोल दिया.

मैंने अगले दिन के लिए मेल लिख कर ऑफिस से छुट्टी ले ली.

दूसरे दिन सुबह मैं उसके घर गया.
उसने दरवाजा खोला तो मेरी आंखें चुंधिया गईं.

आज उसने टी-शर्ट एंड कैप्री पहन रखी थी. वो बहुत ही हॉट लग रही थी.
मैं अन्दर गया तो उसने दरवाज़ा बंद कर दिया.

मैंने उसको गले से लगाया और किस करने लगा.
दो मिनट किस करने के बाद हम अलग हो गए.

उसने मुझे बैठने को बोला और वो पानी लेने चली गई.

पीछे से उसकी गांड क्या मस्त लग रही थी यार … मैं अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था.

वो आयी और मेरे पास में बैठ गई.
मैंने पानी पिया.

थोड़ी देर तक हम दोनों इधर उधर की बातें करने लगे.

मैंने उसकी जांघों पर हाथ फेरना चालू कर दिया, वो कुछ नहीं बोल रही थी.

धीरे धीरे मैंने उसके बूब्स दबाने शुरू किए … बहुत ही सॉफ्ट दूध थे, आज दबाने में कुछ अलग ही मजा आ रहा था.
उसके दूध इतने बड़े हो गए थे कि मेरे हाथ में भी नहीं आ रहे थे.

मैं उसको अपनी तरफ खींच कर किस करने लगा और उसके बूब्स मसलने लगा.
आज वो भी पूरी मस्ती से मेरा साथ दे रही थी.

मैंने उसका एक हाथ पकड़ा ही था कि उसने खुद ब खुद अपना हाथ मेरी जींस के ऊपर से ही लंड पर रख दिया और लंड को दबाने लगी.

अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने उसको अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में लेकर आ गया.

उसने बिस्तर पर गिरते ही मेरे लंड को जोर से मसल दिया.
मैंने उसकी टी-शर्ट निकाल दी तो उसने भी मेरी टी-शर्ट निकाल दी.
वो ब्रा में बहुत हॉट लग रही थी.

मैं उसको अपनी बांहों में भर कर होंठों को चूमने चूसने लगा, जीभ से जीभ लड़ने लगी.

उसके मुंह की लार मेरे अन्दर जाने लगी थी, मैं मस्ती से उस अमृत को चूस रहा था.

उसकी मदभरी आहें साफ़ बता रही थीं कि आज उसको लंड चुत में लेना ही है.

मैं कैप्री के ऊपर से ही उसकी चुत दबाने लगा था.
उसने मुझे वासना से देखा, तो मैंने उसकी कैप्री निकाल दी.
अब वो सिर्फ ब्रा पैंटी में थी.

मैंने अपनी जींस और चड्ढी निकाल दी और पूरा नंगा हो गया था. अपने लंड को मैंने उसके हाथों में दिया.
वो वासना से लाल हुई आंखों से मेरे लंड को देखने लगी और उसे आगे पीछे करने लगी.

मैंने पोर्न में कई बार 69 पोजीशन देखा था. मैंने उससे लंड मुँह में लेने के लिए बोला.
मगर वो मना करने लगी. मगर थोड़ी समझाने से मान गई.

अब वो लंड चूसने लगी. मैं 69 की पोजीशन में लेट गया और उसकी चुत चूसने लगा.
मुझे उसकी चुत चूसने में बड़ा मजा आ रहा था.

थोड़ी देर उसने लंड चूसा तो मुझे लगा कि मैं झड़ जाऊंगा. मैंने उसके मुंह से लंड निकाला और चुत चूसना छोड़ कर उसको किस करने लगा.

मेरा यह सब पहली बार था. उसका भी फर्स्ट टाइम था.
अब हम दोनों से ही रहा नहीं जा रहा था.

मैंने उसकी चुत पड़ लंड सैट कर दिया और उससे आंख के इशारे से पूछा- रेडी हो?

कोमल बहुत गर्म हो गई थी, उसने खुल कर कहा- हां … यार जल्दी से डाल दो … अपना लंड मेरी चुत में … फाड़ दो मेरी चुत … बहुत आग लगी है.

मैंने धीरे से थोड़ा प्रेशर लगाया, लंड का सुपारा चुत की फांकों में फंस गया और शायद थोड़ा अन्दर भी चला गया था.

वो उतने में ही चिल्लाने लगी- आह मर गई … निकाल लो … मैं मर जाऊंगी.

मैंने रुक कर उसको किस किया, उसको थोड़ी राहत हुई.

अब मैं धीरे धीरे लंड चुत में डालने लगा था. उसको दर्द हो रहा था. हालांकि वो भी इस बात को जानती थी कि पहली बार में दर्द होता ही है.

थोड़ी देर में मैंने अपना पूरा लंड चुत के अन्दर पेल दिया और धीरे धीरे चोदने लगा.
उसको भी कुछ देर बाद चुदाई में मजा आने लगा था.

अब कोमल रांड बन गई थी और चिल्ला रही थी- आह फाड़ दो मेरी चुत … भोसड़ा बना दो इसका.
मैं- हां तेरी चुत मेरी ही है साली … आज इसका भोसड़ा बना कर ही छोड़ूँगा.

अब मैं उसको जोर जोर से चोदने लगा.
उसको भी चुदाई में मजा आ रहा था.
बीच बीच में मैं उसको किस भी कर रहा था, उसके रसभरे मम्मों को भी दबा रहा था.

इतने में कोमल एक बार झड़ गई. चुत रसीली हो गई.
अब मैं उसकी चुत में लंड धीरे धीरे अन्दर बाहर कर रहा था.

थोड़ी देर बाद मैं भी झड़ने को हुआ था तो मैंने लंड बाहर निकाल लिया और उसको मुँह में रस लेने का इशारा किया.

वो मेरा माल मुँह में लेने के लिए तैयार नहीं थी.
मैंने लंड उसके हाथ मे देकर उसको आगे पीछे करने के लिए बोला.

वो लंड जोर जोर से हिलाने लगी.
थोड़ी देर में उसके हाथों में मेरा माल निकल गया.

वो उठ कर बाथरूम में गई; मैं भी पीछे पीछे गया. वो अपनी चूत साफ कर रही थी. चुत और हाथ साफ करने के बाद वो बाहर चली गई. मैंने अपने लंड साफ किया.

मैं बाहर निकला तो वो टी-शर्ट और पैंटी पहन कर बेड पर बैठी थी.

मैंने पूछा- तुम्हें मजा आया?
कोमल शर्मा कर बोली- हां बहुत मजा आया … इतना मजा तो चूत में उंगली करने पर भी कभी नहीं आया था.

मैंने कोमल को किस किया और हम उसके बेड पर लेट गए.

थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
मैंने उसको किस किया तो उसकी नींद खुल गई.

वो दुबारा चुदाई के लिए रेडी नहीं थी. मगर मेरे जोर देने पर इस बार उसने लंड मुँह में लेकर मेरा माल निकाल दिया.

मैं बोला- यार पोर्न देखते समय मुझे चुत चूसने का बहुत मन होता है. आज तुम मेरी चुत चूसने की इच्छा पूरी कर दो.

वो मेरी तरफ देखने लगी. मैंने फिर से उसकी चुत चूसने के लिए कहा, तो वो मान गई.

मैंने एक पोर्न क्लिप चालू कर दी और उसकी पैंटी निकाल कर फैंक दी और उसकी चुत पर मुँह लगा कर चूसने लगा.

थोड़ी देर में वो गर्म हो गई, उसको भी मजा आने लगा. अब मैं अपनी पूरी जीभ उसकी चुत में डाल रहा था.
अब कोमल अपनी चूत में मेरा पूरा सिर दबा रही थी.

कोमल- आहह हहह … जोर से चूसो आह चूसते रहो. बहुत मजा आ रहा है.

थोड़ी देर में वो झड़ गई, मैं उसकी चुत का पानी चाटने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था.

फिर वो बाथरूम में जाकर अपनी चूत साफ करके और कपड़े पहन कर खाना बनाने चली गई.

हम दोनों ने साथ मैं खाना खाया. मैंने उसको अपनी गोद मे बैठा कर खाना खिलाया और उसके बूब्स दबाए.

फिर वो कहने लगी- अब मेरे घर वाले आते होंगे, तुम्हें जाना होगा डियर.
मैंने कुछ पल उसको प्यार से देखा और चुम्मी लेकर वहां से चला गया.

अब ये सिलसिला जब तब चलने लगा. जब भी हम दोनों को मौका मिलता, तो हम दोनों चुदाई में लग जाते.

दोस्तो, ये हमारी सच्ची हॉट गर्लफ्रेंड की फर्स्ट सेक्स कहानी है, आपको कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताएं.


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